ध्वनि शक्ति तंरगों को जन्म देती है, लेकिन कैसेघ् आप कहेंगे मंत्र तो तब काम करेंगे जब ध्वनि की शक्ति और उससे उत्पन्न तरंगें काम करेंगी। लेकिन ये ध्वनि शक्ति और तरंगे क्या हैघ् तीन प्रकार की ही ध्वनि होती हैए जो जलए वायु और पृथ्वी से उत्पन्न होती है और तीनों ही ध्वनि से तरंगें निकलती हैं। इसे समझने के लिए समुंद्र की लहरों को समझें। समुंद्र से लहरें ऊपर की ओर उठती है और एक निश्चित दूरी पर नीचे जाकर गिरती है। यह क्रम निरंतर जारी रहता है। इस प्रक्रिया से जल की जो ध्वनि उत्पन्न होती है उससे तरंगें बनती हैं। इन तरंगों में उर्जा होती है। यह हमारे ऋषि-मुनियों की खोज हैए लेकिन अब तो वैज्ञानिकों ने भी इस बात को मान लिया है कि तरंगों से उर्जा उत्पन्न होती है। अमरीका के उर्जा विभाग में यह विचार किया गया कि स्वच्छ और अक्षय उर्जा कैसे प्राप्त की जाएघ् इसके लिए अमेरिका के उर्जा विभाग और अमेरिकी नौ.सेना ने मिलकर खोज प्रारंभ की। कई वैज्ञानिक इसमें जुटे। तीन साल पहले सन 2015 के जून माह में इन वैज्ञानिकों ने वेव एनर्जी कन्वर्टर बनाने में सफलता हासिल की। वेव एनर्जी कन्वर्टर यानी तरंगों से उर्जा बनाने का संयंत्र। यह परीक्षण अमेरिका के हवाई शहर स्थित एक आईलैण्ड पर हुआ और वैज्ञानिकों ने समुंद्र की तरंगों में व्याप्त ऊर्जा से बिजली बनाने में सफलता प्राप्त कर ली। यह ताकत है जल ध्वनि से उत्पन्न तरंगों की कि उससे हम बिजली बना सकते हैं। इसी प्रकार पृथ्वी की और वायु की उत्पन्न ध्वनि में भी तरंगें होती है। ध्वनि तरंग की प्रचंडता तो इतनी है कि एक सैकण्ड में पांच करोड से ज्यादा कंपन पैदा करने की उसकी क्षमता होती है। इतनी ऊर्जा हमारे अतंरिक्ष में व्याप्त हैए हम इसका जितना उपयोग कर सकें यह हम पर है।
क्या है ध्वनि शक्तिए कैसे बनती हैं तरंगेंघ्
08
Mar