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फूल देते हैं खुशियां, साथ ही शरीर को रखते हैं निरोगी

प्रकृति में, जीवन में, कहीं भी किसी पर्व उत्सव आदि में फूलों का महत्व कहां नहीं है। किसी के Birthday, किसी की शादी, Marriage Anniversary, Promotion आदि शुभ समय पर रंग-बिरगें फूलों की बुके देने, फूलों की मालाएं पहनाने से अपना स्नेह, अपनी प्रसन्नता जताने का तरीका माना गया है। कलियों तथा फूलों से सौन्दर्य, कांति, ओज निखरता है। ऐसा कौन होगा जो फूलों की सुन्दरता को देखकर मंत्रमुग्ध न हुआ हो। अगर लताएं, पौधे, वृक्ष नहीं हो, उन पर तरह-तरह के रंग-बिरंगे फूल नहीं खिलें हों तो प्रकृति की सुन्दरता का वर्णन सम्भव ही नहीं हो पाएगा। ज्योतिषीय मत के अनुसार फूलों का हमारे जीवन में बहुत विशेष महत्व है।

फूलों से निरोगी कायाः-

सफेद, लाल, नीले रंगों के कमल से शरीर का रंग निखरता है, बाल बढ़ते हैं, इसकी पंखुड़ियों को रात में सिरहाने रखकर सोएं तो स्वप्नदोष के रोग में सुधार होगा। इसके अर्क को चेहरे पर मलने से चेहरा निखरने लगता है।

गुलाब के फूलों को हथेली में मसलकर चेहरे पर लगाईए तो कील-मुंहासे मिट जाएगा, चेहरा चमकने लगेगा। इसकी पंखुड़ियों का बना गुलकंद सेहत के लिए लाभकारी होता है।

चम्मा के आठ-दस फूल, सोते समय अपने आस-पास रख लिजिए, इसकी गंध से खटमल और कीड़े भाग जाएंगे। इसके फूलों के अर्क से रक्त विकार दूर होता है, शरीर पर फोड़े, फुंसी हो तो चम्पा के फूलों का लेप करिये तो लाभ होगा।

जूही के फूलों की सुगंध से मन-मस्तिष्क को शांति और शीतलता मिलती है। ह्नदय, सिर, संबंधी रोगांे में लाभकारी है।

हरसिंगार के फूलों को रात में पानी में डाल दें और सुबह उसी पानी में निचोड़ लें और इस पानी को चेहरे पर मलें तो दाग, मंुहासे, तिल का बनना बंद हो जाएगा। चेहरे की चमड़ी निरोगी स्वस्थ्य मुलायम रहेगी।

गेंदे के फूल का असर प्रदर, बवासीर आदि रोगों को दूर करता है।

मोगरा, गुलाब और मोतिया आदि फूलों के अर्क ह्नदय रोग आदि से बचाव करते हैं।

गुलाब जल की दो बूंदे आंखों को साफ कर रोशनी बढ़ाती है।

केतकी के फूल नारियल के तेल में उबालो, फिर इस तेल को सिर के बालों में लगाएं तो बाल चमकीले और मजबूत होते हैं।

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